Indicators on भूत की कहानी You Should Know

Wiki Article

When you like this post Actual Bhoot Ki Kahani then be sure to ,share this write-up with your friends and comment down your views and activities about the above subject. Also should you like this articles Then you can certainly bookmark this website page For additional.

सोनू : यार यह तूने क्या किया यह तो कुएं में चली गई..

आदमी हंसते हुए जवाब दिया, “हां, वे लोग हमें अजीब बुनियादी बातें कहते हैं, लेकिन इसमें कोई सत्य नहीं है। हम यहाँ शांति से रहते हैं और किसी को तंग नहीं करते।”

बच्चों ने मिलकर उस मंत्र को पड़ना शुरू किया। अचानक से एक रोशनी घर के अंदर आई और उस भुत को साथ ले गई। भुत के घर से बाहर जातेहि घर के सारे दरवाजे और खिड़कियां अपने आप खुल गई और बच्चे दौर कर बाहर निकल आये।

उसके बाद उन्होंने विरार में ही दूसरा मकान ले ली और अब वे वहाँ रहते हैं। इसलिए तुम्हारे मासाजी और मासी यहाँ आये तो बाहर की लाइट आन करके सोते हैं। उन्हें अंधेरे से इतना डर लगता है। मेरी ज़िंदगी में बस इतने ही भूतों के विषय मे सुना है और अनुभव किया है चिन्नू " कहते ही वे तब ही आये भैया के साथ बाहर चले गए और मैं चिंता में पड़ गयी थी कि रात कोे नीन्द आयेगी या नहीं !

. उन्हें सोनू कहीं भी नहीं दिखाई देता.. सभी उदास होकर वहां से चले जाते हैं..

Your browser isn’t supported anymore. Update it to get the most effective YouTube working experience and our most current options. Find out more

" भूतों में अलग अलग प्रकार के भूत होतें हैं उनमें मल खाने की एक प्रकार का भूत भी है"

इतना सुनने के बाद उस महिला का पति क्रोधित हो जाता है। website और पहलवान के पास जाकर कहता है तूने मेरी बीवी को कैसे मारा?

और सच यही है कि मरने के बाद अतृप्त और असंतुष्ट आत्माएं इंसानी दुनिया में वापस आती हैं और उनके इस दखल से जीते-जागते लोग तो प्रभावित होते ही हैं साथ ही वह मरने के बाद भी अगर उनकी इच्छाएं पूरी नहीं होतीं तो वह खुद भी परेशान रहती हैं.

दिन भर के बाद, राज और सुनील ने भूतों के शहर का नक्शा बनाया और गाँव वापस लौटे। गाँववालों को बताया गया कि भूतों का शहर एक मज़ेदार और खुशी-खुशी जगह है और उन्हें डरने की जरूरत नहीं है।

पहलवान बहुत बलशाली था और बलशाली लोग हमेशा दया करते है। इसलिए पहलवान भूतों की बात मान लेता है। और घर चला जाता है। अब पहलवान अच्छी तरह से बिना मेहनत किए अपनी जिंदगी जीने लगा। लेकिन भूतों को यह सौदा बहुत महंगा पड़ गया। भूत काम कर करके बहुत दुबले पतले हो गए।

महिला ने सोचा कि मेरे पति के जानकार हो सकते है। इसलिए महिला ने पहलवान को मेहमान के कक्ष में बैठा दिया और बाल्टी लोटा हाथ पैर धोने के लिए दे दिया।

मुझे बहुत हैरानी हुई कि मेरे कहने पर वह अदृश्य शक्ति चली गयी। फिर मैं भगवान का मंत्र जाप्ते चुप चाप सो गया। अगले दिन मैंने अपने दोस्त विट्टल को यह घटना बताई। वह डर गया था।

Report this wiki page